Friday 8 April 2016

जय हिन्द जय भारत

हमारी गाथा शब्दों मे सुनाई नहीं जाती
हमारी विशालता बातो से बताई नहीं जाती
कुछ तो हस्ती है हमारी जो सदियों से मिटाई नहीं जाती
आखो मे शोला और मोहब्बात दोनों रखते है
तभी तो दुस्मनो से आखे मिलायी नहीं जाती
जय हिन्द जय भारत

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