उसूलो पे जो आंच आये तो टकराना जरूरी है ! अगर जिन्दा हैं तो जिन्दा नज़र आना जरूरी है !
मै अपना सारा जीवन कागज और लेखनी को समर्पित करता हु I
जो कुछ लिखा है सरस्वती माँ तेरे चरणों मे अर्पित करता हु II
अलख सागर
Wednesday 15 June 2016
शीशा टूटे और बिखर जाये तो बेहतर है दरारे न जीने देती है न मरने |
शीशा टूटे और बिखर जाये तो बेहतर है दरारे न जीने देती है न मरने |
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