Friday 8 April 2016

अब रोज़ कुछ नया लिखना चाहता हु |

अब रोज़ कुछ नया लिखना चाहता हु |
 फिर से  घर के छजए पर खड़ा दिखना चाहता हु |

Chandra Prakash Yadav

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